बोलता है बिहार,फारबिसगंज । फारबिसगंज के पाई क्लासेस एवं पाई वर्ल्ड स्कूल के कुडो कोच श्री सूरज आर्य ने इस बार खेल, कुडो का छात्रों के जीवन में महत्व बताते हुए उन्होंने कहा खेल मानव - मन में स्फूर्ति, चेतना, साहस, उमंग और आनंद की भावना को जन्म देते हैं। खेलों से आत्मविश्वास, आत्मानुशासन, समूह में काम करने की प्रवृति और मानसिक एकाग्रता का विकास होता है। वर्तमान शिक्षा प्रणाली में खेलों को पाठ्यक्रम का अनिवार्य अंग स्वीकार किया गया है।
हम आपको ये जानकारी देना चाहेंगे कि आज भारत में कूडो मार्शल आर्ट्स भारत सरकार से मान्यता प्राप्त खेल संस्थानों का एक अभिन्न अंग है। यह राज्य स्तरीय तौर पर बिहार सरकार से सम्बद्ध संस्थान भी है। इसका राष्ट्रीय चेयरमैन - शिहान अक्षय कुमार ( प्रसिद्ध चलचित्र अभिनेता ) तथा अध्यक्ष - शिहान मेहुल भोरा है। उक्त संस्थान के अन्य विधाओं के भी चार संस्थान है। जो कि विद्यार्थियों को खास करके लड़कियों के लिए विद्यालय तथा महाविद्यालय स्तर पर आत्मरक्षा प्रशिक्षण देने का कार्य करती है।
आज सभी सरकारी विद्यालय तथा गैर-सरकारी विद्यालय में भी मार्शल आर्ट्स प्रशिक्षण अनिवार्य कर दिया गया है। जो बच्चे खेल के क्षेत्र में ही अपना प्रगति करना चाहते हैं उनके लिए इस बार के खेल बजट में अलग प्रावधान किया गया है।
बिहार में कूडो संघ के अध्यक्ष - राजकुमार साह, महासचिव - अमित कुमार, कोषाध्यक्ष - सचिन कुमार है। अररिया कूडो संघ के अध्यक्ष - सूरज आर्य , सचिव - शिवा कपाड़िया, कोषाध्यक्ष - जयंती कुमारी है।
सूरज आर्य ( ब्लैक बेल्ट) जो कि फारबिसगंज कूडो संघ के भी अध्यक्ष हैं। वे पिछले कई वर्षों से पाई वर्ल्ड स्कूल ( पोस्ट ऑफिस चौक, फारबिसगंज) तथा सत्यम कान्वेंट ( ली अकादमी, फारबिसगंज) के केंपस में छात्र - छात्राओं तथा बाहर के खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने का कार्य कर रहे हैं। इसके आलावा अररिया जिला के विभिन्न संस्थानों तथा गैर - सरकारी विद्यालयों में भी प्रशिक्षण देने का कार्य कर रहे हैं।
इनके दृष्टि में जो बच्चे श्रीहीन परिवार से ताल्लुक़ रखते हैं। उन्हें ये निःशुल्क प्रशिक्षण देते हैं। इनसे प्रशिक्षण प्राप्त कर बच्चे आए दिन महाशय के साथ - साथ अपने माता - पिता के भी नाम रौशन कर रहे हैं। आगे इससे भी बेहतर SGFI, खेलो इंडिया खेलो तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भी बच्चे अपने, अपने अभिभावकों का, अपने उस्ताद का, अपने संस्थान तथा अपने जिला के साथ - साथ अपने राष्ट्र का भी नाम रौशन कर सकें। इस प्रकार की योजना बनाई जा रही है।
अंत में सूरज आर्य अररिया जिले के सभी अभिभावकों से अपेक्षा करते है कि वे अपने बच्चों को खासकर लड़कियों को कूडो मार्शल आर्ट्स जैसी उत्तम हुनर को सीखने लिए प्रोत्साहित करें तथा अपनी आत्मरक्षा हेतु उन्हें सशक्त बनाएं।
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